पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी है इसलिय सदैव दिन रात बराबर नहीं होता है |
विषुव (Equinox) -
विषुव वह स्थिति है जब सूर्य पृथ्वी की भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर 90 डिग्री के कोण पर चमकता है तो पुरे धरती पर दिन रात रात 12-12 घंटे का होता है | यह स्थिति साल में दो बार आती है |
(i). वसंत विषुव (Vernal Equinox) –
21 मार्च को पुरे धरती पर दिन रात बराबर होता है | उस समय उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत का मौसम होता है इसलिए इसको
(ii). शरद विषुव (Autumnal Equinox) –
23 सितम्बर को भी दिन रात बराबर होता है| उस समय उत्तरी गोलार्द्ध पतझड़ का मौसम प्रारंभ हो जाता है इसलिए इसको
संक्रांति (Solstice) -
वह स्थिति जब सूर्य एकदम उतरायण या दक्षिणायन बिंदु पर होती है उस स्थिति को संक्रांति कहते है |
(i). ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solistice)-
यह स्थिति 21 जून के दिन बनती है इस दिन सूर्य कर्क रेखा (Tropic of Cancer) के ठीक ऊपर एकदम 90 डिग्री के कोण पर चमकती है | इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात होती है वही दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बड़ी रात और सबसे छोटी दिन होती है |
(ii). शीत संक्रांति (Winter Solistice)-
यह स्थिति 22 दिसंबर के दिन बनती है इस दिन सूर्य मकर रेखा (Tropic of Capricorn) के ठीक ऊपर एकदम 90 डिग्री के कोण पर चमकती है | इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होती है वही दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे छोटी रात और सबसे बड़ा दिन होता है |
घ्रुवों पर 6 महीनों का दिन और रात-
उत्तरी घ्रुव पर 6 महीने का दिन है |
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