गुरुवार, 30 जुलाई 2020

आग्नेय चट्टान


       आग्नेय चट्टानों  का निर्माण ज्वालामुखी से निकले वाले लावा (Lava) से या गर्म मैग्मा (Magma) के धीरे धीरे ठंडा होने से हुआ है | आग्नेय को  अंग्रेजी भाषा में “Igneous”  कहा जाता है जिसको लैटिन भाषा में अर्थ ignis या आग (Fire) होता है | यह सभी प्रकार की चट्टानों की पूर्वज (ancestors) है क्योंकि सभी प्रकार के चट्टानों का निर्माण इन्ही चट्टानों से हुई है अतः इन्हें ( होती है | इनमे ना तो परते पायी जाती है और ना जीवाश्म (fossils) |

    
(1)बाह्य आग्नेय चट्टान (Extrusive Igneaus rocks)
(2)आंतरिक आग्नेय चट्टान (Intrusive Igneaus rocks)




(1) बाह्य आग्नेय चट्टान (Extrusive Igneaus rocks)-
      इस प्रकार के आग्नेय चट्टान का निर्माण ज्वालामुखी उद्गार से निकले गर्म लावा के धरातल के ऊपर ठंडा होने से होता है |

(2) आंतरिक आग्नेय चट्टान (Intrusive Igneaus rocks)- 
     कभी कभी मैग्मा ज्वालामुखी के मुख से बाहर नही निकल पाता है और धरातल के नीचे ही ठंडा होकर ठोस हो जाता है | भूपृष्ठ के नीचे निर्मित आग्नेय चट्टान को

इन आंतरिक आग्नेय चट्टान को गहराई के आधार पर भी 2 वर्गों में बाटा जा सकता है-

(i)पाताली चट्टान (Plutonic rock)-
    पाताली चट्टानें वैसे चट्टानों को कहा जाता है, जो पृथ्वी की गहराई में अपेक्षाकृत बड़े परिणाम में ठंडा  होकर जमने से हुआ  है जैसे – ग्रेनाइट | इन्हें

(ii)मध्यवर्ती चट्टान – वे चट्टानें जो पृथ्वी की गहराई से ऊपर आने के क्रम में बीच में ही जम कर ठोस चट्टानों में तबदील हो गए है जैसे- बैथोलिथ, फैकोलिथ, लोपोलिथ, डाइक, सिल आदि|

बैथोलिथ(Batholith)-ये आग्नेय चट्टान अधिकांश पर्वतो के गर्व में होते है |

लेकोलिथ(Lacolith)-धरातल के नीचे परतदार चट्टानों के बीच मैग्मा के जमने से गुम्बदाकार बनी संरचना को लेकोलिथ कहा जाता है |

फैकोलिथ (Phacolith)- जब मैग्मा का निक्षेप तरंगों के रूप में हो यानि की मैग्मा का जमाव चट्टानों के Anticline एवं Syncline के रूप में हो |

लोपोलिथ (Lopolith)- जब मैग्मा का जमाव धरातल के निचे अवतल आकर वाली छिछली बेसिन के रूप में होती है |

सिल (Sill)- जब मैग्मा का जमाव चट्टानों की दो परतों के बीच होता है |

डाइक (Dike)- सिल के विपरीत डाइक में मैग्मा का जमाव परतों के लम्बवत होती है |


रासायनिक संरचना

(i)Acid rock – इसमें सिलिका की मात्रा अधिक होती है और चट्टानें अपेक्षाकृत हल्की होती है जैसे – ग्रेनाइट

(ii)Basic rock - इसमें सिलिका की मात्रा कम होती है और लोहे की अधिकता के कारण इनका रंग गहरा होता है जैसे – ग्रेबो , बेसाल्ट, रायोलाइट |

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