गुरुवार, 30 जुलाई 2020

सौरमंडल एवं ग्रहों का वर्गीकरण



सौरमंडल (Solar system) - आकाशीय पिंडो का समूह जिसमें सूर्य तथा उसके परिक्रमा करने वाले ग्रह (Planets), उपग्रह (satellite), क्षुद्र ग्रह / ग्रहिका (Asteroid), उल्का (Meteoriteतथा पुच्छलतारे / धूमकेतु (Comets) सम्मिलित है | सौरमंडल में कुल 8 ग्रह है जिनका वर्गीकरण निम्न आधार पर किया गया है – 
पृथ्वी की स्थिति के आधार पर  -
1. निम्न ग्रह (Inferior Planets) - वैसे ग्रह जिनके परिक्रमा पथ  पृथ्वी के परिक्रमा पथ के भीतर या पृथ्वी के परिक्रमा पथ से छोटे हो जैसे - बुध, एवं शुक्र ग्रह | 
2. श्रेष्ट ग्रह (Superior Planets) - वैसे ग्रह जिनके परिक्रमा पथ पृथ्वी के परिक्रमा पथ के बाहर या पृथ्वी के परिक्रमा पथ से बड़े है जैसे -   मंगल, वृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण | 



क्षुद्र ग्रह की स्थिति के आधार पर 




1.आन्तरिक ग्रह या ठोस ग्रह (inner planet or Terrestrial) – वैसे ग्रह जिनके परिक्रमा पथ क्षुद्र ग्रह घेरा (Asteroid Belt) के भीतर होते हैं | इनकी धरातलीय बनावट चट्टानी हैं | जिसके कारण ग्रहों पर उतर कर चल पाना संभव हैं | इन ग्रहों के उदाहरण हैं - बुध, शुक्र, पृथ्वी, एवं मंगल |

2.बाह्य ग्रह या दानवाकार ग्रह (Outer planets or Jovian planets)- 
       वैसे ग्रह जिनके परिक्रमा पथ क्षुद्र ग्रह घेरा (Asteroid belt) के बहार है परन्तु Kuiper Belt के भीतर है | इन्हें जोवियन ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि इन ग्रहों का आकार वृहस्पति के सामान ही विशाल है | धरातलीय बनावट के आधार पर इन्हें पुनः 2 उपवर्गों में बाटा जा सकता है -

(A). गैसीये ग्रह - वृहस्पति (Jupiter) एवं शनि (Saturn).

(B). बर्फीले ग्रह -अरुण (Uranus) एवं वरुण (Neptune)
 

3.बौना ग्रह (Dwarf planets)वैसे ग्रह जो न तो ग्रह और न ही प्राकृतिक उपग्रहों (Natural Satellite) की श्रेणी में आते हो | ये ग्रह आकार में छोटे होते हैं परन्तु इनके परिक्रमण पथ (Revolution orbit) ग्रहों के सामान नही होती | जुलाई 2008, International Astronomical Union (IAU) में सभी वैज्ञानिकों के सर्वसहमति से यम (Pluto) को ग्रह की श्रेणी से निकाल कर बौने ग्रह की उपाधि दी गई |  
       


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